यही मेरे जीवन का विराम नहीं, सारी कल्पनाये अभी साकार नहीं.जीना चाहता हूँ उस "आकाश"...की तरहा.जो आँखों में तो है.... पर कोई आकार नहीं..... है यदि जीवन एक युद्ध भूमि ... तो एक युद्ध और सही . ..the game starts now
Friday, September 17, 2010
barak
एक ही सत्र के लिए सीनेटर बने बराक ओबामा का राजनीतिक जीवन कुछ ही दिनों में राष्ट्रपति के उच्चतम पद तक पहुंच गया। 47 वर्षीय बराक ओबामा पहले अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक हैं जो दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति बन रहे हैं।
मात्र कुछ ही वर्षों पूर्व ओबामा राष्ट्रीय व्यक्तित्व नहीं थे लेकिन 2008 के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से हिलेरी क्लिंटन के साथ उनका भी नामांकन किया गया। ओबामा ने 2004 में डेमोक्रेटिक नेशनल कंवेशन में प्रमुख भाषण दिया था जिसकी काफी सराहना की गई थी।
कीनियाई मूल के अश्वेत पिता और अमरीकी मूल की मां के तलाक के समय ओबामा एक बच्चे थे। बाद में मां की दूसरी शादी के बाद उनके बचपन का कुछ अरसा इंडोनेशिया में बीता। दस साल की उम्र से वे अपने नाना नानी के साथ रहने चले गए और अपना बचपन और किशोरावस्था उन्हीं के साथ गुजारी।
ओबामा ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। दुनिया भर की कई जानी मानी हस्तियां इसी विश्वविद्यालय सें पढ़कर निकलीं हैं। यहीं ओबामा ने ‘ऑक्सफोर्ड लॉ रिव्यू’ का संपादन भी किया। वे इस पत्रिका के पहले अश्वेत संपादक चुने गए थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नौकरियों को छोड़कर सामाजिक क्षेत्र चुना। शिकागो में उन्होंने छोटे-बड़े कई काम किए।
शुरुआत में मतदाता पंजीकरण अभियान चलाया, संवैधानिक कानून पर भाषण दिए और नागरिक अधिकारों के वकील के रूप में काम किया। इसके कुछ साल पहले ओबामा एक परियोजना के दौरान अश्वेत चर्चों को संगठित कर चुके थे।
ओबामा की सोच को ढालने में उनके अश्वेत होने से उपजे अनुभवों का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने दो किताबें भी लिखीं हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘ड्रीम्स फ्रॉम माई फादर: ए स्टोरी ऑफ रेस एंड इनहैरिटेंस’ है इसमें उनके बचपन, युवावस्था और कीनियाई जड़ों की बात की गई है।
दूसरी किताब 'द ऑडेसिटी ऑफ होप' है। दोनों किताबें अमेरिका में सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में शामिल रही।
राजनीतिक जीवन: ओबामा 1996 में पहली बार इलिनोइस की राज्य सीनेट के लिए चुने गए। यहां उन्होंने अपनी पहचान एक ऐसे राजनेता के रुप में बनाई जो दलगत बंधनों के ऊपर उठकर काम कर सकता है। ओबामा ने गरीबों के लिए करों में राहत और मृत्यु दंड संबंधी कानूनों में महत्वपूर्ण बदलावों के लिए काम किया।
नवंबर, 2004 में उन्हें अमेरिकी सीनेट के लिए चुन लिया गया। यहां उन्होंने सरकारी खर्चों में पारदर्शिता लाने के लिए काम किया। इस दौरान ओबामा लगातार अमेरिका की तेल पर निर्भरता को काबू में लाने के लिए भी प्रयास करते रहे। शुरुआती ना-नुकुर के बाद ओबामा ने फरवरी, 2007 में अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया।
शिकागो से सांसद ओबामा ने अपना चुनावी अभियान पुरानी राष्ट्रीय सीनेट की उन्हीं सीढ़ियों से किया जहां से कभी युद्ध काल के दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने सदन से एक साथ खड़े होने या फिर बिखर जाने की बात कही थी।
चुस्त-दुरुस्त ओबामा को बास्केटबॉल खेल बहुत पंसद है। उनकी पत्नी मिशेल भी हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में उनके साथ कानून की पढ़ाई करती थीं। पढ़ाई खत्म होने के बाद दोनों ने शादी कर ली। मालिया और साशा उनकी दो बेटियां हैं।
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